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*अपने ही ड्रीम प्रोजेक्ट पर क्यों ताला लगाना चाहती है सरकार? अटल उत्कृष्ट स्कूल बंद करने की तैयारी, अभिभावकों में गुस्सा*

*अपने ही ड्रीम प्रोजेक्ट पर क्यों ताला लगाना चाहती है सरकार? अटल उत्कृष्ट स्कूल बंद करने की तैयारी, अभिभावकों में गुस्सा*

उत्तराखंड की भाजपा सरकार क्या अपने ही एक ड्रीम प्रोजेक्ट पर ताला लगाने जा रही है? जी हां खबर है कि सरकार राज्य के सभी अटल उत्कृष्ट स्कूल बंद करने जा रही है। आम परिवारों के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मुहैया कराने के लिये साल 2021 में शुरू हुये अटल उत्कृष्ट स्कूलों को सरकार अब वापस उत्तराखंड बोर्ड में परिवर्तित करने जा रही है।

इसके लिये राज्य के सभी 189 अटल उत्कृष्ट स्कूलों को शिक्षा महकमे से पत्र भेजे गये हैं और कहा गया है कि स्कूल अभिभावक संघों से वार्ता कर ये जानकारी मुहैया कराएं कि वो क्या चाहते हैं। लेकिन अभिवावकों ने साफ कर दिया है कि वो नहीं चाहते कि अटल उत्कृष्ट स्कूल सीबीएसई से वापस उत्तराखंड बोर्ड में परिवर्तित किये जाएं

मसूरी स्थित अटल उत्कृष्ट विद्यालय के अभिभावकों में इसे लेकर भारी रोष है। अभिभावकों का कहना है कि हम कॉन्वेंट से निकालकर अपने बच्चों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय में लाये अब सरकार इन्हें बंद कर देगी तो हमारा क्या होगा।

आपको बता दें कि अटल उत्कृष्ट विद्यालय का कॉन्सेप्ट भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडे का था।

तत्कालीन त्रिवेन्द्र सरकार ने भी और मौजूदा सरकार ने भी इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताकर पेश किया है। इसके तहत राज्य के 189 राजकीय स्कूलों को सीबीएसई में बदला गया और कॉन्वेंट स्कूलों की भांति यहां भी पढ़ाई शुरू हुई। मगर इस बीच चर्चा होने लगी कि सरकार अब इन स्कूलों को खत्म कर वापस उत्तराखंड बोर्ड में संबद्ध करना चाहती है।

जैसे ही राज्यभर में अभिभावकों को ये पता चला कि सरकार अटल उत्कृष्ट स्कूलों को बंद करने जा रही है तो अभिभावकों में भारी रोष व्याप्त हो गया। सवाल यही है कि आखिर अंग्रेजी माध्यम, कम से कम फीस, मुफ्त किताबों में गरीब के बच्चे को शिक्षा मिलने से भला किसे परेशानी हो रही है।

धनंजय ढौडियाल (पहाड़ी)

संपादक, संपर्क - 7351010542

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