Monday, May 20, 2024
उत्तराखंड

ऐसे पकड़ा गया हमलावर बाघ, तीन मौतों का है जिम्मेदार ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

ऐसे पकड़ा गया हमलावर बाघ, तीन मौतों का है जिम्मेदार ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

रामनगर : कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के ढेला रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले पंजाबपुर क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व 50 वर्षीय कला देवी को निवाला बनाने वाले हमलावर बाघ को देर रात कॉर्बेट प्रशासन के वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम ने किया ट्रेंकुलाइज, मृतक कला देवी, पूजा देवी,अनिता और दुर्गा देवी को भी हमला कर मारने वाला जिमेदार बाघ हो सकता यही बाघ, डीएनए सेम्पलिंग रिपोर्ट आने के बाद होगी पृष्टि।

बता दें कि कॉर्बेट पार्क के ढेला रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले पंजाबपुर क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व क्षेत्र की एक ग्रामीण महिला अपनी अन्य साथियों के साथ जंगल मे लकड़ी लेने गयी थी,इसी बीच 50 वर्षीय कला देवी को बाघ ने हमला करते हुए उसे 2 किलोमीटर जंगल के अंदर घसीटकर ले गया,इसकी सूचना महिला के साथ लकड़ी लेने जा रही अन्य महिलाओं द्वारा गांव में आकर ग्रामीणों के साथ मृतक कला देवी के परिजनों को दी गयी गयी,जिसके बाद लगभग 2 किलोमीटर अंदर ग्रामीणों और पार्क प्रशासन द्वारा महिला का शव बरामद किया गया था।

वही साँवल्दे, ढेला व पटरानी क्षेत्र में बीते कुछ माह में चौथी घटना होने के बाद ग्रामीणों का रोष बढ़ गया था,जिस बीच पार्क प्रशासन के अधिकारियों की ग्रामीणों से तीखी नोंक झोंक भी हो गयी थी,इसके बावजूद पार्क के डॉक्टरों की टीम बाघ को ट्रेंकुलाइज करने में जुटी रही और देर रात हमलावर बाघ को पार्क के वरिष्ठ डॉक्टर दुष्यन्त शर्मा व उनकी टीम द्वारा ट्रेंकुलाइज कर लिया गया।

अब बाघ के सैंपल सीसीएमबी हैदराबाद भेजे जा रहे है,जिसके बाद ये पृष्टि होगी कि यही बाघ द्वारा कला देवी,दुर्गा देवी,पूजा देवी, अनिता देवी को निवाला बनाया गया या नही।

वही इस विषय में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉक्टर धीरज पांडे ने बताया कि हमारे द्वारा देर रात 12:30 पर इस बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है, उन्होंने बताया कि पूर्व में हुई घटनाओं में भी इस बाघ की आवाजाही उसे क्षेत्र में देखी गई है, उन्होंने कहा कि डीएनए सेंपलिंग सीसीएमबी हैदराबाद भेजे जा रहे हैं, रिपोर्ट आने के बाद ही यह पुष्टि हो पाएगी कि यह वही जिम्मेदार बाघ है जिसने पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया था, साथ उन्होंने अभी भी लोगों से जंगलों में न जाने की और सावधानी बरतने की अपील की है।

धनंजय ढौडियाल (पहाड़ी)

संपादक, संपर्क - 7351010542

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